जिले में आयोजित स्वास्थ्य शिविरों का लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिले : जिला कलक्टर कानाराम
- जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित
हनुमानगढ़। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सोमवार 23 दिसम्बर को जिला कलक्टर श्री कानाराम की अध्यक्षता में जिला कलक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा, पीएमओ डॉ. शंकर सोनी, आरसीएचओ डॉ. सुनील विद्यार्थी, एसीएमएचओ डॉ. ज्योति धींगड़ा, जिला औषधि भण्डार के डीपीसी डॉ. प्रीतमोहिन्दर सिंह सहित शिक्षा विभाग, महिला अधिकारिता विभाग, एनएचएम सिविल विंग से अधिकारीगण, समस्त एनएचएम कार्मिक सहित समस्त बीसीएमओ, बीपीएम एवं सीएचसी इंचार्ज सहित अन्य कार्मिक उपस्थित रहे।
जिला कलक्टर श्री कानाराम ने कहा कि जिले में मानस अभियान, मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर एवं क्षय (टीबी) सौ दिवसीय कैम्पेन के तहत शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों में जिले की अधिक से अधिक जनता को स्वास्थ्य लाभ दिया जाना है। ऐसे में हम सभी की यह नैतिक जिम्मेवारी बनती है कि हम अधिक से अधिक लोगों को इन शिविरों से जोड़ें ताकि सरकार द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ हर व्यक्ति को मिल सके। उन्होंने कहा कि इन शिविरों में समस्त विशेषज्ञ डॉक्टर्स उपलब्ध हैं, इसलिए उस क्षेत्र के नागरिक को शिविर से पूर्व सूचना मिले ताकि अधिक से अधिक मरीज स्वास्थ्य लाभ के लिए शिविर में आएं। इस दौरान उन्होंने मानस अभियान के तहत नशा छोड़ चुके लोगों की खण्डवार जानकारी ली। इसके उपरांत उन्होंने मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर एवं क्षय (टीबी) सौ दिवसीय कैम्पेन के तहत पंजीकरण करवा रहे मरीजों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि शिविर से एक हफ्ता पूर्व शिविर की जानकारी क्षेत्र में दी जाए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित व्यक्तिगत लाभ वाली योजनाओं में लाभार्थी महिलाओं के बैंक खाते जोड़े जाएं तथा सरकार द्वारा दी जा रही राशि उन्हें जल्द से जल्द जमा करवाएं। उन्होंने जीरो डिलीवरी करवाने वाले चिकित्सा संस्थानों से कारण जानें। उन्होंने कहा कि डिलीवरी केस को बिना वजह जिला अस्पताल में रैफर ना किया जाए। उन्होंने कहा कि लो-बर्थ-वेट पर चिकित्सा स्टाफ को पूरी ट्रेनिंग दी जाए ताकि ऑनलाइन पोर्टल पर सही सूचनाएं दर्ज की जाएं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने कहा कि जिले में आयोजित सभी कैम्पों से पूर्व संबंधित क्षेत्र में प्रचार-प्रसार गतिविधियां आयोजित करवाएं ताकि अधिक से अधिक लोग कैम्पों का लाभ ले सकें। उन्होंने कहा कि जिले में टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण करवाया जाएगा। इसके लिए विशेष रूप से ईंट-भट्ठों का निरीक्षण कर बच्चों का टीकाकृत करें। चिकित्सा संस्थानों की नई बन रही बिल्डिंग का समय-समय पर निरीक्षण करें। भामाशाह से सम्पर्क कर टीबी रोगियों को पोषण किट एवं जरूरतमंदों को चश्में मुहैय्या करवाएं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संचालित सभी स्वास्थ्य योजनाओं पर फोकस रखें। उन्होंने कहा कि शिविरों में आने वाले प्रत्येक नागरिक की आभा आईडी बनाई जाएं एवं उन्हें नशा मुक्ति की ऑनलाइन शपथ दिलवाई जाए। बैठक में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, एमसीएचएन सैशन, आयुष्मान आरोग्य योजना, एनवीबीडीसीपी, पीएम-जेएवाई कार्ड, संस्थागत प्रसव, जेएसवाई भुगतान, टीकाकरण, लाडो योजना भुगतान, राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम सहित परिवार कल्याण कार्यक्रमों के बारे में खण्डवार चर्चा की एवं टारगेट से कम रहने वाले संस्थानों को विशेष प्रयास कर टारगेट पूरा करने के निर्देश दिए।
एसीएमएचओ डॉ. ज्योति धींगड़ा ने परिवार कल्याण, आरसीएचओ डॉ. सुनील विद्यार्थी, जिला औषधि भण्डार के डीपीसी डॉ. प्रीतमोहिन्दर सिंह ने मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि चिकित्सा संस्थान की ओपीडी के हिसाब से दवाइयों की मांग की जाए। एनीमिया मुक्त राजस्थान (एएमआर) के सुनील कुमार ने राजस्थान में एनीमिया की स्थिति एवं ब्लॉकवार बच्चों को दी जाने वाली गुलाबी गोली, नीली गोली एवं आईएफए सिरप के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जिले को मिलने वाली एएमआर सप्लाई के बारे में उपस्थिति को जानकारी दी। जेएसए सुदेश जांगिड़ ने समस्त योजनाओं की प्रगतिवार रिपोर्ट प्रस्तुत की
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