The India News 10

The India News 10
क्यूॅं न कहूॅं सच

इलेक्टरल बॉन्ड देश का सबसे बड़ा घोटाला, सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है - दादरी


इलेक्टरल बॉन्ड देश का सबसे बड़ा घोटाला, सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है - दादरी 


*इलेक्टोरल बॉण्ड स्कैम पर हमारी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में जांच हो व जांच पूरी होने तक भाजपा के बैंक खाते फ्रीज किए जाएं*।

इलेक्टोरल बॉण्ड एक ऐसी व्यवस्था बन गया है जो हमारे लोकतंत्र की नींव को चुनौती दे रहा है। जिस बांड को एक स्वच्छ और पारदर्शी चंदा प्रणाली के रूप में पेश किया गया था, वह अब एक ऐसा अंधकारमय गलियारा बन गया है जहाँ भ्रष्टाचार और अन्याय अपने चरम पर हैं।

1,300 से अधिक कंपनियों और व्यक्तियों ने इलेक्टोरल बांड के रूप में दान दिया है, जिसमें 2019 के बाद से भाजपा को 6,000 करोड़ से अधिक का दान शामिल है। यह आंकड़ा न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे चंदा देने वाली कंपनियों को सरकारी परियोजनाओं में लाभ मिल रहा है।

6 वर्षों से इलेक्टोरल बॉण्ड होने के बावजूद सिर्फ़ 5 साल के ही आंकड़ें दिये गये हैं. SBI ने सभी  बॉण्ड डोनर का खुलासा नहीं किया है। स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट को कल ही बताया था कि कुल 22,217 इलेक्टोरल बॉण्ड बेचे गये थे।

लेकिन आज बैंक केवल 18,871 बॉण्ड की जानकारी ही दी है। 

बाक़ी 3,346 बॉण्ड की जानकारी क्यों छुपायी गई है? यह बेमेल क्यों?

BJP ने उन कंपनियों से भर भर कर पैसा लिया है जिनके ख़िलाफ उसी की सरकार की ED, CBI, इनकम टैक्स छापे डाल रही थीं - 

  छापे के तुरंत बाद बॉण्ड दिये गये हैं और साथ ही ऐसी भी कंपनियाँ हैं जिनसे BJP ने चंदा लिया और उसके बाद सरकार ने उनको हज़ारों करोड़ों के प्रोजेक्ट दिये। भाजपा सरकार इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर बड़ी-बड़ी कंपनियों से मोटा चंद ऐंठ रही है वह इसके बदले में उन कंपनियों को हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट दे रही है। इसके माध्यम से देश में सबसे बड़ा घोटाला किया जा रहा है। चुनाव में पारदर्शिता लाने वाली व्यवस्था का भाजपा सरकार द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा है।

Post a Comment

0 Comments