आपदा से निपटने की तैयारियों का रिहर्सल: जिले में दो स्थानों पर मॉकड्रिल
सभी विभागों ने दिखाई तत्परता, आमजन को जागरूक करने पर जोर
हनुमानगढ़, 7 मई। जिले में आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा के तहत बुधवार को दो स्थानों पर "ऑपरेशन अभ्यास" मॉकड्रिल (आपात स्थिति का पूर्वाभ्यास) का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य आपदा की स्थिति में विभिन्न विभागों के समन्वय, तत्परता और प्रतिक्रिया समय को परखना तथा आमजन में जागरूकता फैलाना था। इस मॉकड्रिल को लेकर प्रशासनिक और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा गंभीरता से कार्य किया गया और इसे पूरी तरह वास्तविक परिस्थिति जैसा रूप दिया गया।
*जंक्शन रेलवे स्टेशन पर धमाके की सूचना, तत्काल पहुंची रेस्क्यू टीमें*
दोपहर करीब 4.00 बजे हनुमानगढ़ जंक्शन रेलवे स्टेशन पर विस्फोटक सामग्री और आग लगने की सूचना मिलने के साथ ही आपात सायरन बजा। मौके पर तत्काल फायर ब्रिगेड, पुलिस, मेडिकल टीमें, होमगार्ड, सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीमें सक्रिय हो गईं। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान आग पर काबू पाया गया, घायलों को प्राथमिक चिकित्सा दी गई और फिर एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
घटनास्थल पर पुलिस द्वारा इलाके को घेर लिया गया और आम लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। रोड़वेज द्वारा यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था दी गई। मॉकड्रिल में सभी विभागों ने अनुशासन और समन्वय के साथ भूमिका निभाई। इस मॉकड्रिल ने साबित किया कि प्रशासन और सुरक्षा बल आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सजग हैं।
घायलों को तत्काल पहुंचाया जिला अस्पताल, डीएम और एसपी ने किया निरीक्षण
मॉकड्रिल के तहत घायल व्यक्तियों को जब जिला अस्पताल लाया गया तो जिला कलेक्टर काना राम और पुलिस अधीक्षक अरशद अली ने वहां पहुंचकर इलाज की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने बर्न यूनिट, ट्रॉमा सेंटर, रजिस्ट्रेशन, दवा वितरण एवं इमरजेंसी रूम की व्यवस्था को जांचा। कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए कि किसी भी आपात स्थिति में संसाधनों की कमी न हो।
जिला कलेक्टर कानाराम ने कहा कि मॉकड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपात स्थिति से निपटने के लिए विभागों के बीच समन्वय और प्रतिक्रिया समय की जांच करना था। विभागों ने अनुशासित और संगठित ढंग से कार्य किया, जो संतोषजनक रहा। भविष्य में भी ऐसी मॉकड्रिल आयोजित की जाएंगी ताकि किसी आपदा की स्थिति में हम तत्परता से कार्य कर सकें।
पुलिस अधीक्षक अरशद अली ने बताया कि हनुमानगढ़ एक सीमावर्ती जिला है। प्राकृतिक आपदा, तकनीकी दुर्घटना या बाह्य आक्रमण जैसी स्थिति उत्पन्न के मद्देनजर मॉकड्रिल की गई। इस मॉकड्रिल के माध्यम से हमने सुरक्षा बलों और आपातकालीन सेवाओं की तत्परता का परीक्षण किया, जो काफी सकारात्मक रहा। सभी विभागों के बीच तालमेल सराहनीय था।
मॉकड्रिल के दौरान जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, एडीएम उम्मेदी लाल मीना, एएसपी जनेश तंवर, एसडीएम मांगीलाल, सीओ सिटी मीनाक्षी, सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। मौके पर रोडवेज द्वारा बसों की व्यवस्था भी करवाई गई थी ताकि रेस्क्यू के बाद नागरिकों को अन्यत्र भेजा जा सके।
नोहर के 132 केवी जीएसएस में भी आपात स्थिति का पूर्वाभ्यास
दोपहर में नोहर स्थित 132 केवी ग्रिड सब स्टेशन (जीएसएस) पर धमाके और आगजनी की सूचना पर दूसरी मॉकड्रिल की गई। बिजलीघर में आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड, चिकित्सा विभाग, होमगार्ड, सिविल डिफेंस और पुलिस की टीमें पहुंचीं। बिजली आपूर्ति तत्काल बंद कर दी गई। आग को नियंत्रित किया गया और घायलों को सुरक्षित रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया। इस दौरान एसडीएम पंकज गढ़वाल, सीओ ईश्वर सिंह, बीसीएमओ डॉ. प्रदीप कड़वासरा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। उन्होंने पूरी प्रक्रिया की निगरानी की और टीमों के कार्य की सराहना की।
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