10 नए मरीजों ने जताई नशा छोडऩे की इच्छा, उपचार ले रहे 21 मरीज पुन: शिविर में काउंसलिंग केे आए
संगरिया (हनुमानगढ़)। गुरुवार 5 दिसम्बर को संगरिया सीएचसी में मानस अभियान के तहत आयोजित नशा मुक्ति शिविर में 10 नए मरीजों ने मनोचिकित्सक से काउंसलिंग के बाद नशा छोडऩे का प्रण लिया। जिला कलक्टर श्री कानाराम के निर्देशन में सीएचसी संगरिया में 84 मरीजों ने उपचार के लिए अपना पंजीकरण करवाया। मनोचिकित्सक डॉ. ओपी सोलंकी, बीसीएमओ डॉ. रवि खीचड़, सीएचसी इंचार्ज डॉ. अरविंद शर्मा सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने भी शिविर को सफल बनाने में सहयोग किया। नशा मुक्ति शिविर का उद्देश्य नशे का सेवन कर रहे लोगों को उनकी इच्छानुरूप उपचार और काउंसलिंग की सहायता से नशा छोडऩे के लिए प्रेरित किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि गुरुवार को संगरिया सीएचसी में नशामुक्ति शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मनोचिकित्सक डॉ. ओपी सोलंकी ने मरीजों को चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान कीं। उनके साथ संगरिया बीसीएमओ डॉ. रवि खीचड़, सीएचसी इंचार्ज डॉ. अरविंद शर्मा ने भी मरीजों की काउंसलिंग की। सीएचसी संगरिया के चिकित्सकीय स्टाफ ने भी सक्रिय भूमिका निभाते हुए मरीजों को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया और उन्हें इस बुरी लत को छोडऩे के लिए प्रेरित किया। डॉ. शर्मा ने बताया कि आज के कैम्प में 84 मरीजों ने चिकित्सा सुविधा लेने के लिए पंजीकरण करवाया। इसमें से नशों का सेवन करने वाले 34 मरीज उपचार के लिए आए। डॉ. शर्मा ने बताया कि कैम्प के दौरान सभी मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें से 10 नए मरीजों ने नशा छोडऩे की इच्छा जताई। शिविर में मेडिकेटेड एवं चिट्टे के 19 मरीज उपचार के लिए आए थे। डॉ. ओपी सोलंकी ने समस्त मरीजों के साथ बातचीत कर उन्हें नशों के दुष्प्रभाव से उनके परिवार एवं समाज पर होने वाले हानिकारक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। पिछले कैम्पों में उपचार ले चुके 21 मरीज आज पुन: कैम्प में काउंसलिंग एवं उपचार लेने के लिए आए। अंत में सभी को नशा छोडऩे की शपथ भी दिलाई गई तथा नशों का सेवन करने वाले अन्य लोगों की जानकारी चिकित्सा विभाग को देने की अपील की गई।
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