टिब्बी : पीएचसी तलवाड़ाझील में 26 मरीजों ने लिया नशा छोडऩे का प्रण, 125 ने करवाया पंजीकरण
टिब्बी (हनुमानगढ़)। बुधवार 27 नवम्बर को खण्ड टिब्बी की पीएचसी तलवाड़ाझील में मानस अभियान के तहत आयोजित नशा मुक्ति शिविर में 26 मरीजों ने मनोचिकित्सक से काउंसलिंग के बाद नशा छोडऩे का प्रण लिया। जिला कलक्टर श्री कानाराम के निर्देशन में पीएचसी तलवाड़ाझील में 125 मरीजों ने उपचार के लिए अपना पंजीकरण करवाया। मनोचिकित्सक डॉ. रिपुदमन, टिब्बी बीसीएमओ डॉ. मुकेश कुमार, पीएचसी इंचार्ज डॉ. अंकुर कुमार सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों ने भी शिविर को सफल बनाने में सहयोग किया। नशा मुक्ति शिविर का उद्देश्य नशे का सेवन कर रहे लोगों को उनकी इच्छानुरूप उपचार और काउंसलिंग की सहायता से नशा छोडऩे के लिए प्रेरित किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि बुधवार को खण्ड़ टिब्बी की पीएचसी तलवाड़ाझील में नशामुक्ति शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मनोचिकित्सक डॉ. रिपुदमन ने चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान कीं। उनके साथ टिब्बी बीसीएमओ डॉ. मुकेश कुमार, पीएचसी इंचार्ज डॉ. अंकुर कुमार ने भी मरीजों की काउंसलिंग की। पीएचसी तलवाड़ाझील के चिकित्सकीय स्टाफ ने भी सक्रिय भूमिका निभाते हुए मरीजों को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया और उन्हें इस बुरी लत को छोडऩे के लिए प्रेरित किया। डॉ. शर्मा ने बताया कि आज के कैम्प में 125 मरीजों ने चिकित्सा सुविधा लेने के लिए पंजीकरण करवाया। इसमें से नशों का सेवन करने वाले 115 मरीज उपचार के लिए आए। डॉ. शर्मा ने बताया कि कैम्प के दौरान सभी मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें से 26 मरीजों ने नशा छोडऩे की इच्छा जताई। शिविर में मेडिकेटेड एवं चिट्टे के 87 मरीज उपचार के लिए आए थे। डॉ. रिपुदमन ने समस्त मरीजों के साथ बातचीत कर उन्हें नशों के दुष्प्रभाव से उनके परिवार एवं समाज पर होने वाले हानिकारक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। पिछले कैम्पों में आए 5 मरीज आज पुन: कैम्प में काउंसलिंग एवं उपचार लेने के लिए आए। अंत में सभी को नशा छोडऩे की शपथ भी दिलाई गई।
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