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दस्तावेजों के अभाव में कई संस्थानों पर लगवाया ताला, कइयों को बकाया दस्तावेज जमा करवाने के लिए किया पाबंद

 








जिला हनुमानगढ़ में एक साथ कई झोलाछाप दंत चिकित्सकों का स्वास्थ्य विभग ने किया निरीक्षण


- दस्तावेजों के अभाव में कई संस्थानों पर लगवाया ताला, कइयों को बकाया दस्तावेज जमा करवाने के लिए किया पाबंद



- हनुमानगढ़ में 2, पीलीबंगा में 4 एवं टिब्बी में 4 संस्थानों का किया निरीक्षण

हनुमानगढ़। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव के निर्देशन में सोमवार को दंत क्लिनिक के नाम पर आमजन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे झोलाछाप एवं नीम हकीम के खिलाफ निरीक्षण अभियान शुरु किया। इसके तहत खण्ड स्तर पर समस्त बीसीएमओ ने अपने-अपने क्षेत्र में लोगों के दांतों का इलाज कर रहे चिकित्सा संस्थानों की जांच की। निरीक्षण दलों ने दंत चिकित्सालयों के दस्तावेजों एवं वहां कार्यरत चिकित्सकों के शैक्षणिक दस्तावेजों की भी जांच की। ऐसे में अनेक दंत चिकित्सालयों में अनेक प्रकार की अव्यवस्थाएं पाई गई। हनुमानगढ़ में 2, पीलीबंगा में 4 एवं टिब्बी में 4 दंत संस्थानों का निरीक्षण किया।
सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव के निर्देशन में जिले में दंत चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के नाम से संचालित अवैध क्लिनिक, अपंजीकृत डॉक्टर्स, झोलाछाप नीम हकीमों पर कार्रवाई करने के उद्देश्य से समस्त खण्ड स्तर पर सोमवार से निरीक्षण अभियान शुरु किया गया। बीसीएमओ के निर्देशन में गठित निरीक्षण दल ने अपने-अपने खण्ड में दंत चिकित्सालयों की जांच की। जांच में चिकित्सा संस्थानों को रजिस्ट्रेशन, चिकित्सकों का रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट, बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण, साफ-सफाई, मरीजों का रिकार्ड संधारण, उपकरणों की कार्यप्रणाली, स्वच्छता मानक आदि महत्वपूर्ण माणकों की जांच की। हनुमानगढ़ बीसीएमओ डॉ. कुलदीप बराड़ एवं डीईओ जसविन्द्र बराड़ ने पक्कासारना स्थित मनदीप हॉस्पीटल डेंटल इम्प्लांट एंड जनरल सेंटर एवं न्यू फौजी क्लिनिक का निरीक्षण  किया। निरीक्षण दल को देखते हुए न्यू फौजी क्लिनिक का संचालक तारूराम मौके ही से भाग निकला। दुकान की जांच तो हैल्पर जगवीर ने बताया कि वह दो-तीन पहले ही यहां पर कार्य करने लगा है। तारूराम के पास जीएनएम की डिग्री थी, लेकिन चिकित्सा संचालन से संंबधित कोई भी दस्तावेज नहीं मिला। इसके अलावा बायो मेडिकल वेस्ट का संधारन भी सही प्रकार नहीं पाया गया। दुकान पर डेंटल चेयर एवं अन्य कई उपकरण मिले। जांच के बाद दुकान को बंद करवा दिया गया। इसके उपरांत मनदीप हॉस्पीटल डेंटल इम्प्लांट एंड जनरल सेंटर की जांच में पाया कि वहां उपस्थित दोनों चिकित्सकों के पास बीडीएस की डिग्री थी। इनके पास क्लिनिक्ल एस्टेब्लेशिमेन्ट एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया गया था। इसके अलावा बायो मेडिकल वेस्ट व फायर सेंफ्टी से संबंधित दस्तावेज नहीं मिले। इन्हें संबंधित दस्तावेज बनाने के लिए पाबंद किया गया है। तब तब उन्हें क्लिनिक बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।


फोटो टिब्बी नाम से
दस्तावेजों के अभाव में टिब्बी में चारों दंत चिकित्सा संस्थानों को बंद करवाया
टिब्बी। डॉ. शर्मा ने बताया कि टिब्बी बीसीएमओ डॉ. रितिका पारीक, बीपीओ मनोहरसिंह राठौड़ एवं बीएनओ सुखवीर सिंह ने टिब्बी में संचालित गुप्ता दांतों का अस्पताल, सुशील दांतों का अस्पताल, श्याम दांतों का अस्पताल, राम महादेव डेंटल क्लिनिक का निरीक्षण किया। तीनों केन्द्रों की जांच में पाया कि किसी के पास क्लिनिक्ल एस्टेब्लेशिमेन्ट एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट एवं अन्य दस्तावेज भी नहीं मिले। इसके अलावा कोई भी केन्द्र पेशेण्ट का रिकॉर्ड संग्रहित नहीं कर रहे थे। दांतों की जांच में उपयोग होने वाले उपकरण भी नहीं मिले। इसके अलावा वहां पर साफ-सफाई भी नहीं मिली तथा बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण भी नहीं किया जा रहा था। तीनों संस्थानों को तुरंत प्रभाव से बंद करने के लिए पाबंद किया गया।

फोटो पीलीबंगा नाम से
पीलीबंगा : दंत चिकित्सा केन्द्रों पर बीसीएमओ की सघन जांच, दस्तावेज़ अधूरे मिलने पर नोटिस जारी
पीलीबंगा। ब्लाक पीलीबंगा में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी (बीसीएमओ) डॉ. मनोज अरोड़ा एवं बीपीओ राकेश जोशी ने सोमवार को पीलीबंगा के विभिन्न दंत चिकित्सा केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई महत्वपूर्ण कमियां सामने आईं। बीसीएमओ डॉ. मनोज अरोड़ा द्वारा सीएचसी पीलीबंगा के सामने संचालित चाहर डेंटल क्लिनिक, मुस्कान दांतों का अस्पताल, श्री बालाजी डेंटल क्लिनिक, आदित्य डेंटल केयर हस्पताल की जांच की गई। निरीक्षण के दौरान डॉ. अरोड़ा ने प्रत्येक दंत चिकित्सालय में रजिस्ट्रेशन से लेकर लाइसेंस, उपकरणों की कार्यप्रणाली, स्वच्छता मानकों एवं मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच की। अधिकारियों के अनुसार, कई सेंटर ऐसे पाए गए जहाँ अनिवार्य दस्तावेज या तो उपलब्ध नहीं थे या अधूरे थे। कमियां मिलने पर बीसीएमओ ने संबंधित सेंटर संचालकों को मौके पर ही नोटिस जारी किए तथा निर्धारित अवधि में सभी दस्तावेज़ एवं मानकों को पूरी तरह अनुपालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने साफ कहा कि मरीजों की सुरक्षा और उपचार गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डॉ. अरोड़ा ने कहा कि दंत चिकित्सालयों में उपकरणों की स्वच्छता, स्टेरिलाइजेशन प्रक्रिया और चिकित्सा कचरे के निस्तारण का सही होना बेहद आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी दंत चिकित्सालय भारत सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित नियमों का पालन अनिवार्य रूप से करें, अन्यथा उचित कार्रवाई की जाएगी। 









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