विषय;श्रीगंगानगर शहर में 555 करोड रुपए की लागत से डाले जा रहे सीवरेज निर्माण में हुई बंदरबांट और लूट खसोट की जांच के संबंध में पत्र;
श्रीगंगानगर शहर में करीब गत 7-8 वर्षों से आरयूआईडीपी के दिशा निर्देशऩ में एलएंडटी द्वारा 555 करोड़ रुपए के लागत से डाले जा रहे सीवरेज निर्माण में भारी धांधली,गड़बड़ी, भ्रष्टाचार और डकैती हुई है।
जहां-जहां भी सीवरेज की लाइन डाली गई है वहां वहां सड़के अनेक बार बैठ यानि धंस गई है,उनके ऊपर पैच वर्क कर लगातार लीपा पोती जारी है।और जिन एरिया में सीवरेज डाला जा चुका है,वहां के वासिंदो ने अपने घर के कनेक्शन सीवरेज के चेंबर में जोड़ लिए हैं।शहर में इन सीवरेज लाइनों का कहीं भी इस मलमूत्र युक्त आदि की निकासी के लिए एसटीपी प्लांट बन नहीं पाए।जिसके चलते इन क्षेत्रों में चैंबरों का पानी ओवर फ्लो हो कर सड़क पर आकर बदबू मारता है।और इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित एरिया नेहरा नगर,डाल कॉलोनी,आनंद विहार बाबा दीप सिंह कॉलोनी,अग्रसेन नगर आदि है।जिसमे लोगों का जीना "रौरव नर्क" बन चुका है। मुख्यमंत्री गहलोत शासन में नीचे से लेकर ऊपर तक इन 555 करोड रुपए में बंदर बांट हुई है।सब ने अपने-अपने हिस्से का सीवरेज खा लिया है।आने वाले दिनों में गंगानगर की युवा पीढ़ी सीवरेज के नरक को झेल कर रोएगी और गालियां देगी यहां के जनप्रतिनिधियों को, सरकारी अधिकारियों को और सरकार के मुखियाओं को,क्योंकि यह डकैती करने वालों का एक संगठीत गिरोह है,जो शिकायत हो जाने पर नीचे से लेकर ऊपर तक सिस्टम को मैनेज कर लेते हैं।गहलोत शासन में भी मैंने मुख्यमंत्री गहलोत साहब को,यूडीएच मिनिस्टर धारीवाल जी को,और एसीबी में भी इसमें हुए भारी भ्रष्टाचार की शिकायत दी थी।लेकिन आज तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिन लोगों ने जमकर माल खाया है।उन्होंने उसे पचा कर डकार भी मार लिया होगा।और आगे बाकी बचे हिस्से में डाले जा रहे सीवरेज में भी इस गिरोह की जीभ लपलपा रही है।
माननीय मुख्यमंत्री जी कृपया आप इस सारे विषय को व्यक्तिगत निगरानी में दिखवा कर गंगानगर सीवरेज निर्माण को दुरुस्त करवाएं,बाकी बच्चे हिस्से में भी ईमानदारी से कार्य हो,तुरंत एसटीपी प्लांट बनवाए ताकि इनकी निकासी वहां तक पहुंच सके और भ्रष्टाचार करने वाले डाकुओं को उनसे खाया हुआ माल उल्टी करवाकर।राजस्थान सरकार के खजाने में जमा करवाए।साथ इन सभी महान हस्तियों को कृष्ण जी की जन्म भूमि(जेल)के दर्शन भी जरूर करवाएं।आपकी श्रीगंगानगर पर बड़ी कृपा और बड़ी मेहरबानी होगी।
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