हनुमानगढ़ कांग्रेस के ज़िलाध्यक्ष सुरेंद्र दादरी ने
राज्य की भाज़पा सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को
पूरी तरह दिशाहीन और पिछली सरकार की बुराई का दस्तावेज बनकर रह गया है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण जो राज्यों की स्थिति कमजोर हुई हैं, उसका जिम्मेदार भी गत सरकार को ठहरा दिया। जनादेश मिला हैं तो ये बताना चाहिए हम बेहतर कैसे करेंगे, कमियों का रोना रोने से बदलाव नहीं आता हैं।
आमजनता को सबसे ज्यादा उम्मीद डीजल पेट्रोल में वैट टैक्स में कमी की थी जो पूरी नही हुई। भाजपा सरकार को यह बताना चाहिए कि पांच साल तक जिस वैट टैक्स की दरों को लेकर प्रलाप करते रहे तो उसमे कमी क्यों नही की, अब आपको किसने रोका है
केंद्र सरकार ने जो कर्जा लिया हैं उसका खुलासा सबके सामने हैं। इसी तरह बढ़ती बेरोजगारी दर ने इतिहास बना दिया हैं। एक तरफ नई शिक्षा नीति में शिक्षा पर बजट बढ़ाने की बात कही हैं वही दूसरी तरफ आधारभूत ढांचे के लिए मात्र ढाई सौ करोड़ रुपए शिक्षा क्षेत्र में प्रावधान किया हैं। जबकि कम से कम ढाई हजार करोड़ रुपए की जरूरत हैं। उन्होंने कहा हैं कि यह अंतरिम बजट लोगो में निराशा पैदा करने वाला हैं और कोई उम्मीद नहीं जगाता। ओल्ड पेंशन स्कीम के बारे में भी सरकार को स्पष्ट करना चाहिए इस संबंध में कानून लाने की मंशा रखते हैं या नहीं।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान को अग्रणी राज्य की पंक्ति में लाकर खड़ा किया था। देशभर में एक विकसित राज्य की छवि बनी थी। अब इस बजट अनुमान से उम्मीदों को गहरा धक्का लगा हैं।
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