संगरिया में श्री रूद्रा साइक्रेटिक क्लिनिक, जीएस लैबोरेट्री एवं हड्डियों के अस्पताल का औचक निरीक्षण, एक को मिलेगा नोटिस, दो को मौके पर ही लगाया ताला
हनुमानगढ़। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने संगरिया में एक साइक्रेटिक क्लिनिक, एक जांच लैब एवं एक अनाधिकृत हड्डियों के अस्पताल का गुरुवार दोपहर आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण की कार्यवाही में श्री रूद्रा साइक्रेटिक क्लिनिक, जीएस लैबोरेट्री एवं हड्डियों का अस्पताल में अनेक अव्यवस्थाएं पाई गई। सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने तीनों संस्थानों के दस्तावेजों एवं अन्य मानकों की जांच की। उपचार में अनियमितता, क्लिनिक्ल एस्टेब्लेशिमेन्ट एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन ना होने, अन्य दस्तावेज के ना होने एवं मानकों के अनुरुप कार्य ना करने पर एक संस्थान को नोटिस दिया गया एवं दो को मौके पर ही ताला लगवाकर बंद करवाया गया।
सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि गुरुवार 28 अगस्त को संगरिया में एक साइक्रेटिक क्लिनिक, जीएस लैबोरेट्री एवं हड्डियों के अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया। डॉ. शर्मा ने बताया कि संगरिया के श्री रूद्रा साइक्रेटिक क्लिनिक का औचक निरीक्षण किया। संस्थान की जांच में साइक्रेटिक क्लिनिक पर चिकित्सक डॉ. समित ईमानदार एवं अन्य स्टाफ उपस्थित रहे। क्लिनिक पर कोई भी पैरामेडिकल स्टाफ उपस्थित नहीं था। डॉ. नवनीत शर्मा ने संधारित हो रहे रजिस्टर से इलाज प्राप्त कर रहे चार मरीजों के रिकार्ड की जांच की। रिकार्ड के आधार पर मरीज से फोन पर बात की, तो उसने मिल रहे उपचार एवं दवाइयों के बारे में सही जानकारी दी। दूसरे मरीज ने दवाइयों के बारे में बताया, तो वह दवाइयां मरीज को मिल रहे उपचार से मेल नहीं खा रही थी। इसके बारे में चिकित्सक कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। अन्य दो मरीजों के मोबाइल फोन बंद मिले। निरीक्षण में मरीज की दवाओं में अनियमितता पाए जाने एवं अन्य अव्यवस्थाओं के लिए साइक्रेटिक क्लिनिक को नोटिस जारी किया जाएगा। नोटिस का जवाब असंतोषजनक पाए जाने पर साइक्रेटिक क्लिनिक का सर्टीफिकेट निरस्त किया जावेगा।
इसके उपरांत डॉ. नवनीत शर्मा ने क्रांति चौक पर स्थापित जीएस लैबोरेट्री की जांच की। लैब संचालक गुरुशंभर सिंह ने बताया कि उन्होंने अभी तक क्लिनिक्ल एस्टेब्लेशिमेन्ट एक्ट के तहत रजिस्टे्रशन नहीं करवाया है और ना ही उसके पास बायोमेडिकल वेस्ट का रजिस्ट्रेशन है। जीएस लैबोरेट्री एक अन्य कार्मिक मंगलसिंह भी कार्यरत है। लैब में एक सीबीसी मशीन एवं माइक्रोस्काप पाया गया। साथ ही सैम्पल कलेक्शन वाइल्स और सीरिंज पाई गई। रजिस्टर की जांच में पाया गया कि आज दो मरीजों के सैम्पल संग्रहित किए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए बीकानेर नर्सिंग होम में डॉ. महेन्द्रसिंह के अधीन संचालित बीकानेर लैब में भिजवाए जाते हैं। सैम्पल कलेक्शन के बाद बायो मेडिकल वेस्ट संग्रहण के लिए डस्टबीन एवं अन्य व्यवस्थाएं भी उपलब्ध नहीं थी। लैबोरेट्री संचालक के शैक्षणिक दस्तावेजों में पंजाब से काउंसिल आफ पैरामेडिकल का सर्टीफिकेट दिखाया, लेकिन उसने राजस्थान पैरामेडिकल काउंसिल में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया हुआ था। जांच लैब में निर्धारित न्यूनतम मानकों की पूर्ति न होने के कारण जांच लैब के संचालन को तुरन्त प्रभाव से बंद कर ताला लगवाया। डॉ. नवनीत शर्मा ने बताया कि जब तक उक्त जांच लैब निर्धारित न्यूनतम मानको की पूर्ति नहीं करते है, तब तक इनका संचालन बंद रहेगा। यदि उक्त लैब/जांच केन्द्र द्वारा बिना पंजीयन के कार्य किया जाता है, तो उनके खिलाफ दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।
इसके उपरांत संगरिया के ही क्रांति चौक पर स्थित हड्डियों का अस्पताल का निरीक्षण किया गया। दुकान के मालिक बब्बू खान और पूर्ण ने बताया कि वह तेल मालिश करके हड्डियों का काम करते हैं। उनके पास इस कार्य के लिए कोई वैध डिग्री नहीं प्रस्तुत नहीं कर पाए। इस दौरान वहां पर एक महिला मरीज का इलाज किया जा रहा था। निरीक्षण के उपरांत दुकान को बंद करवा दिया गया। डीपीसी अनीश गांधी ने जांच लैब की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की
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