सीजफायर पर अनर्गल टिप्पणी करने वालों पर मेरा यह आलेख।
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यह चुपचाप फतेह की तैयारी है,इस बार भारत शिकार नहीं,शिकारी है।
पहलगाम हमला एक आतंकवादी घटना नहीं थी,ये एक जियो पॉलिटिक्स शतरंज की चाल है।खिलाड़ी है पाकिस्तान,मास्टर माइंड चीन.. और अफसोस किनारे खड़ा है भारत का एक वर्ग-विपक्ष।ऐसा कहने की वजह आपको समझाता हूं।
हमले के बाद वैसे तो सेना को फ्री हैंड दिया जा चुका है।दुनिया भर से पाकिस्तान पर डिप्लोमेटिक प्रेशर बनाया जा रहा है।तीनों सेनाएं अलर्ट पर हैं।पर एक बात किसी को हजम नहीं हो रही है कि जो विपक्ष 2019 सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहा था। अचानक पाकिस्तान पर हमला करो बयान देने लगा है,शक इस पर नहीं कि पाकिस्तान दोषी है,शक इस पर है कि क्या ये हमला सीमा पार से आया था।
क्या इसमें भीतर से भी कोई इनविजिबल हैंड काम कर रहा है।अब जरा टाइमिंग समझिए। मोदी सरकार ग्लोबल मंचों पर लगातार मजबूत हो रही है। पाकिस्तान आर्थिक रूप से दिवालिया है।चीन की BRI लड़खड़ा रही है।CPEC ठप्प पड़ा है।
"इंडो पेसिफिक" में भारत एक मजबूत खिलाड़ी बन चुका है।अमेरिका ने चीन पर 245%टैरिफ लगा कर उसकी मेन्युफेक्चरिंग को झटका दिया है।ओर अब कंपनियां भारत की ओर रुख़ कर रही हैं।यानि भारत बन रहा है अगली मेन्युफेक्चरिंग सुपर पवार और यही बात चीन और पाकिस्तान को सबसे ज्यादा खटक रही है।ओर शायद विपक्ष को भी।
अब चीन अपने गिरते एजेंडे को सहारा देने के लिए पाकिस्तान का सहारा बना हुआ है।ओर वैसे भी पाकिस्तान में इतनी हिम्मत नहीं है कि वो भारत पर अकेले हमला करे।खास तब जब भारत में मोदी सरकार हो।मकसद साफ है भारत को युद्ध में उलझाना।क्योंकि युद्ध का मतलब है अस्थिरता।अस्थिरता का मतलब है निवेश रुकना।जो रोड़,पोर्ट्स, एयरपोर्ट्स,यूनिवर्सिटी, अस्पताल बन रहे हैं उन पर ब्रेक लगाना।ओर अंत में विपक्ष को चुनाव मौके देना।ताकि वो कह सकें कि मोदी जी ने किया ही क्या?।
युद्ध में उलझते ही भारत का फोकस एलएसी
(LAC)से हटेगा।यही से चीन अपने खेल में आगे बढ़ेगा।
ये सिर्फ हमला नहीं है।ये आर्थिक वार की शुरुआत है।विपक्ष को भी इसका पूरा अंदाजा है।फिर भी वो सरकार को युद्ध में धकेलने की भाषा बोल रहा है।क्यों..ताकि मोदी सरकार का सबसे बड़ा वादा..भारत को तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनना अधूरा रह जाए।ओर वो इस अधूरे वादे को चुनावी मुद्दा बना सके।यानि पूरा दवाब मोदी सरकार पर डालना है।चाहे इसके लिए देश को ही क्यों ना दांव पर लगा देना पड़े।लेकिन इन मुंगेरीलाल के सपने देखने वालों को कहना चाहता हूं कि उन्हें याद रखना चाहिए ये वही मोदी सरकार है।जिसने "उरी" के बाद सर्जिकल स्ट्राइक की, "पुलवामा" के बाद एयर स्ट्राइक की,ओर हर बार पाक ओर उसके प्रायोजित आतंकियों को जमीन पर भी करारा जबाव दिया।बिना हो हल्ले के,बिना राजनीति के,भारत बदला जरूर लेगा।लेकिन अपनी मर्जी से,अपनी टाइमिंग पर ओर अपने मैदान पर,ये युद्ध का शंखनाद नहीं है।ये चुपचाप फतह की तैयारी है।इस बार भारत शिकार नहीं,शिकारी हैं।
।।वंदे मातरम जय श्री राम।।
।।भारत माता की जय।। राजकुमार सोनी श्रीगंगानगर
पूर्व जिलाध्यक्ष
भारतीय जनता युवा मोर्चा एवं भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा श्रीगंगानगर राजस्थान। 9460917989
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